"नमस्ते दोस्तों! आपका स्वागत है 'Quick
Revision' में, जहां हम लेकर आए हैं एक नए और
महत्वपूर्ण टॉपिक के साथ - 'अयोध्या राम मंदिर के महत्वपूर्ण
प्रश्न'। इस ब्लॉग में, हम देखेंगे और
जानेंगे उन सवालों के उत्तर जो इस ऐतिहासिक स्थल के चारों ओर घूमते हैं।
आप इस विशेष ब्लॉग के साथ जुड़े हुए,
पूरी PDF डाउनलोड कर सकते हैं और हमारी YouTube
क्लास में भी शामिल हो सकते हैं। यहां हम संपूर्ण विषय को आसान भाषा
में समझाएंगे, साथ ही अयोध्या राम मंदिर के साक्षात्कार का
एक नजरिया प्रदान करेंगे।
इस यात्रा में हम संगीत,
छवियाँ और सवालों के साथ रंगी हुई हैं, ताकि
आप सीधे रूप से इस महत्वपूर्ण विषय का अध्ययन कर सकें। तो, यह
ब्लॉग पढ़ने में मजा करें, सीखें, और
साझा करें। धन्यवाद!"
Q1. राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कब है?
ANS- 22 जनवरी, 2024
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में
भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी,
2024 को दोपहर 12:20 बजे होगी. प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी अपने हाथों से भगवान की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. प्राण प्रतिष्ठा के
लिए शुभ मुहूर्त का क्षण 84 सेकंड का होगा जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक
होगा.
राम मंदिर के कार्य 15-22 जनवरी तक चलेंगे.
15 जनवरी को रामलला के विग्रह (रामलला के बालरूप की मूर्ति) को गर्भगृह में
स्थापित किया जाएगा.
Q2. राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में में
कितने अतिथि आएंगे ?
ANS- 7,000 से ज़्यादा
अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को किया जाएगा. मंदिर ट्रस्ट ने 7,000 से
ज़्यादा लोगों को आमंत्रित किया है. इनमें सचिन तेंदुलकर, विराट
कोहली, अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी,
और गौतम अडानी जैसे लोग शामिल हैं.
Q3. राम मंदिर को किस ट्रस्ट द्वारा बनाया
जा रहा है
ANS- श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करा रहा है.
Q4. श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष
कौन है?
ANS- महंत नृत्य गोपाल दास
महंत नृत्य गोपाल दास,
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं. 5 फ़रवरी, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
लोकसभा में इस ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी.
इस ट्रस्ट में कुल 15 सदस्य हैं. ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास हैं. इस ट्रस्ट में
गृहमंत्री अमित शाह, ऐडवोकेट के. पराशरण, कामेश्वर चौपाल, महंत दिनेंद्र दास, और अयोध्या राज परिवार से जुड़े राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र जैसे
लोग शामिल हैं.
Q5. राम मंदिर के मुख्य वास्तुकार कौन हैं
ANS- चंद्रकांत सोमपुरा हैं.
राम मंदिर के मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत
सोमपुरा और उनके दो बेटे निखिल सोमपुरा और आशीष सोमपुरा हैं
उन्होंने 1990 में
राम मंदिर का डिज़ाइन तैयार किया था. उसी साल कुंभ में साधु-संतों के सामने यह
डिज़ाइन रखा गया था. साधु-संतों की मंज़ूरी मिलने के बाद इसे फ़ाइनल कर दिया गया
था. हालांकि, 2020 में जब मंदिर का काम शुरू हुआ, तो इसमें थोड़ा-बहुत बदलाव किया गया.
Q6. राम मंदिर की आधारशिला कब रखी गई
ANS- 5 अगस्त 2020
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला
रखी थी.
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला कब आया
और उसके बाद इसकी आधारशिला किसने रखी
सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर, 2019 को राम मंदिर के पक्ष में फ़ैसला
सुनाया था. 100 साल से ज़्यादा समय से चले आ रहे इस विवाद पर
तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में संवैधानिक पीठ ने
फ़ैसला सुनाया था. इस फ़ैसले के मुताबिक, 2.77 एकड़ विवादित
ज़मीन हिंदू पक्ष को मिली.
राम मंदिर की आधारशिला 9 नवंबर, 1989 को रखी गई थी. इस दिन, विहिप नेताओं और साधुओं के एक समूह ने विवादित भूमि पर 7 फ़ुट गहरा गड्ढा खोदकर आधारशिला रखी थी. सिंहद्वार भी बनाया गया था.
Q7. राम मंदिर को किस शैली में बनाया जा
रहा है
ANS- नागर शैली
राम मंदिर को परंपरागत नागर शैली में बनाया
जा रहा है.
राम मंदिर की खासियतें:
• मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फ़ीट, चौड़ाई 250 फ़ीट और ऊंचाई 161
फ़ीट होगी.
• यह मंदिर तीन मंजिला होगा और हर मंज़िल की ऊंचाई 20
फ़ीट होगी.
• मंदिर में प्रवेश द्वार पूर्व दिशा की 32 सीढ़ियां
चढ़कर होगा.
• मंदिर में कुल 392 खंभे और 44
दरवाज़े होंगे, लेकिन प्रवेश सिर्फ़ एक मुख्य दरवाज़े से
होगा.
• मंदिर में दीवारों पर देवी-देवताओं की मूर्तियां होंगी.
• मंदिर में 5 मंडप होंगे. जिसमें नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना
मंडप और कीर्तन मंडप होंगे.
Q8. राम मंदिर का निर्माण किस कंपनी के
द्वारा किया जा रहा है
ANS- लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) कर रही है.
इसके अलावा, टाटा
कंस्ट्रक्शन कंपनी को L&T के काम को परखने का जिम्मा
सौंपा गया था. वहीं, टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स मंदिर के
अंदर और इंजीनियरिंग से रिलेटेड स्ट्रक्चर बनाने का काम करेगी.
Q9. राम मंदिर निर्माण में टोटल कितना
खर्चा आएगा?
ANS- 1800 करोड़
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर 5 फ़रवरी, 2020 से 2023 तक 900 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, ट्रस्ट के खाते
में अभी भी 3000 करोड़ रुपये मौजूद हैं.
सूत्रों के मुताबिक,
जब अयोध्या में मंदिर 2025 में पूरी तरह बनकर
तैयार होगा, तब इसकी कुल लागत 2000
करोड़ को भी पार कर जाएगी.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के
मुताबिक,
मंदिर के समर्पण निधि वाले अकाउंट में ही अब तक 3200 करोड़ रुपये आ चुके हैं.
Q10. राम मंदिर का निर्माण कब तक पूरा होगा?
ANS- 2025
अयोध्या में बन रहा राम मंदिर 3 साल से निर्माणाधीन है
राम मंदिर का निर्माण दो भागों में पूरा
होगा. मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष के मुताबिक, मंदिर
की पहली मंजिल दिसंबर 2023 तक और दूसरी मंजिल का निर्माण
कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य
कामेश्वर चौपाल के मुताबिक, 22 जनवरी को भूतल के
केंद्रीय कक्ष यानी गर्भगृह में रामलला की स्थापना हो रही होगी तो दूसरी ओर प्रथम
तल का निर्माण पूर्ण हो रहा होगा. जनवरी 2025 तक राम मंदिर
के तीनों तल का निर्माण पूर्ण हो जाएगा.
Q11. राम मंदिर की मूर्ति कितनी बड़ी है?
ANS- अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में
भगवान राम की मूर्ति 51 इंच ऊंची और 1.5 टन वज़नी होगी.
यह
मूर्ति काले पत्थर की बनी है और पांच साल के बच्चे का स्वरूप लिए हुए है.
Q12. रामलला की मूर्ति किसने बनाई ?
ANS- रामलला की मूर्ति को कर्नाटक के
प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। यह मूर्ति पांच साल के बालस्वरूप
में है।
Q13. राम मंदिर कितने क्षेत्र में बन रहा
है ?
ANS- 2.7 एकड़
राम मंदिर का कुल क्षेत्रफल 2.7
एकड़ है. यह मंदिर 70 एकड़ ज़मीन के उत्तरी
हिस्से पर बन रहा है.
मंदिर का निर्माण 57,000
वर्ग फ़ीट में हो रहा है
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए श्री
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को कुल 70 एकड़
ज़मीन मिली थी. इसके अलावा, ट्रस्ट ने आस-पास की ज़मीन भी
खरीदी है. अब राम मंदिर परिसर का निर्माण 107 एकड़ में किया
जाएगा
Q14. यदि अयोध्या में पहले से ही श्री
रामलला की शिशु अवस्था की मूर्ति है तो नई मूर्ति क्यों बनाई जा रही है?
ANS- अयोध्या में पहले ही रामलला की शिशु
अवस्था की मूर्ति है बावजूद इसके नई मूर्ति बन रही है क्योंकि मान्यता है कि श्री
रामलला अयोध्या में प्रकट हुए थे. तब से इस स्थान पर रामलला की दैनिक पूजा बिना
किसी रुकावट के हो रही है. अब जो भक्त दर्शन के लिए आएँगे वो 25 से 30 फीट की दूरी से दर्शन कर पाएँगे. ऐसे में
बड़ी प्रतिमा की जरुरत हुई. प्राचीन मूर्ति भी गर्भगृह में ही रखी जाएगी. नई
मूर्ति अचल होगी और हमेशा गर्भगृह में रहेगी. दूसरी उत्सव मूर्ति होगी जो
शोभायात्रा में निकाला जा सकती है.
Q15. राम मंदिर पर कितने जजों ने फैसला
सुनाया था
ANS- अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद
विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने 9 नवंबर,
2019 को फैसला सुनाया था. इस बेंच में पूर्व चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई,
जस्टिस बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़,
जस्टिस अशोक भूषण, और जस्टिस नज़ीर शामिल थे.
इस बेंच ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था.
इस विवादास्पद मुद्दे का निपटारा एक सदी से
भी ज़्यादा समय बाद हुआ था. इस विवाद में 2.77 एकड़
ज़मीन हिंदू पक्ष को मिली.
Q16. राम मंदिर किस नदी के किनारे स्थित
है
ANS- सरयू नदी
राम मंदिर अयोध्या (उत्तर प्रदेश) राज्य में
स्थित है.
Q17. श्रीराम के अलावा और किनके मंदिर
होंगे?
ANS- राम मंदिर निर्माण में देश के 5 लाख गांवों से लाई गई ईंट का ही इस्तेमाल किया गया है. इसलिए हर राज्य
किसी न किसी रूप में इस मंदिर में है. इसके अलावा, परकोटा के
बाहर इसी क्षेत्र में 7 और मंदिर भी बनने जा रहे हैं. इसमें
महर्षि वाल्मिकी, वशिष्ट, निषाद महाराज,
सबरीमाता, अहिल्या जैसे सात मंदिर शामिल
होंगे.
Q18. सुरक्षा के लिहाज से क्या व्यवस्था
होगी?
ANS- राम मंदिर की सुरक्षा दो चरणों में होगी. पहले
चरण में मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा. यह पूरी जिम्मेदारी ट्रस्ट की होगी. इस
सुरक्षा की व्यवस्था ट्रस्ट खुद करेगा. लेकिन पूरी सुरक्षा उत्तर प्रदेश सरकार
देखेगी. जिस तरह वीआईपी लोगों की सुरक्षा के लिए एसपीजी कमांडो होते हैं. ऐसे में
पुलिस बल के कुछ लोगों को मंदिर की सुरक्षा में लगाया जाएगा.
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